Tuesday, July 31, 2018

12 ज्योतिर्लिंगों में शुमार इस धाम में मौजूद 124 शिव मंदिर, जानिए शिव के इस पवित्र धाम "जागेश्वर" से जुडी करामाती बाते ?



सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा पाठ का विशेष महत्व माना गया हैं तो आज हम आपको शिव के पवित्र धाम में से एक जागेश्वर धाम के बारे में बताएँगे ?सावन के महीने में भक्तो का मेला आपने हर शिव मंदिर में देखा होगा लेकिन जागेश्वर धाम के प्रति लोगो में आस्था बहुत ज्यादा हैं इस सावन के महीने में वहा रोजाना लाखो संख्या में भक्त दर्शन हेतु पहुंचते हैं जबकि शादी में आ रही अड़चनों को दूर करने की कामना करते हैं।


भगवान शिव की पूजा करने से कुंवारे लड़के-लड़कियों को मनचाहा वर या वधु मिलता है जबकि सुख-समृद्धि के साथ सफलता मिलने के साथ समस्त पाप दूर होते हैं आपको बता दे की यह जागेश्वर मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित हैं।

यह जागेश्वर धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में शुमार हैं जबकि इसमें 124 शिव मंदिर विद्यमान हैं, यह मंदिर बड़ी बड़ी शिलाओं से बने हुए हैं जबकि यह देवदार के जंगलो में मौजदू धाम हैं।

इन मंदिरो का निर्माण 3 काल कत्यरीकाल, उत्तर कत्यूरीकाल एवं चंद्र काल में हुआ जबकि इसकी दीवारों पर संस्कृत और ब्रह्म लिपि भाषा का इस्तेमाल किया गया हैं।

जागेश्वर में सारे शिव मंदिर केदारनाथ शैली में बने हुए हैं जबकि इसको भगवान शिव की तपस्थली के नाम से जाना जाता हैं यहाँ पर मौजूद 'महामृत्युंजय शिव मंदिर' सबसे विशाल और प्राचीन मंदिर हैं ,सावन के महीने में लाखो भक्तो की भीड़ शिव के दर्शन जबकि जलभिषेक के लिए आती हैं।



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