Monday, July 30, 2018

कल की शाम बडी मायूस थी मेरे प्यारे

राधे राधे

कल की शाम बडी मायूस थी मेरे प्यारे
खडे थे तेरे चाहने वाले तेरी ही चौखट पर
पुजारियों ने पर्दा ही नही हटाया
लगा चन्द्रमा को ग्रहण है
या हमारे दीदार को लगा ग्रहण है
जो हम अपने प्रियतम से नजर ना मिला सके
मेरे प्यारे तेरे इस पर्दे का भी खुब नसीब है
जो ग्रहण मे भी तेरा दीदार करता है
ओर एक हम है
जो तेरा पर्दा
वो हमारे लिए नजर से नजर मिलाने के लिए
ग्रहण बनता है

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