राधे राधे
कल की शाम बडी मायूस थी मेरे प्यारे
खडे थे तेरे चाहने वाले तेरी ही चौखट पर
पुजारियों ने पर्दा ही नही हटाया
लगा चन्द्रमा को ग्रहण है
या हमारे दीदार को लगा ग्रहण है
जो हम अपने प्रियतम से नजर ना मिला सके
मेरे प्यारे तेरे इस पर्दे का भी खुब नसीब है
जो ग्रहण मे भी तेरा दीदार करता है
ओर एक हम है
जो तेरा पर्दा
वो हमारे लिए नजर से नजर मिलाने के लिए
ग्रहण बनता है
कल की शाम बडी मायूस थी मेरे प्यारे
खडे थे तेरे चाहने वाले तेरी ही चौखट पर
पुजारियों ने पर्दा ही नही हटाया
लगा चन्द्रमा को ग्रहण है
या हमारे दीदार को लगा ग्रहण है
जो हम अपने प्रियतम से नजर ना मिला सके
मेरे प्यारे तेरे इस पर्दे का भी खुब नसीब है
जो ग्रहण मे भी तेरा दीदार करता है
ओर एक हम है
जो तेरा पर्दा
वो हमारे लिए नजर से नजर मिलाने के लिए
ग्रहण बनता है
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