Sunday, July 29, 2018

ओ साँवरे नशीली आँखों का सागर है तू बच ना पायेगा कोई कितना भी बड़ा तैराक हो, डूब ही जाएगा ।। हरी शरणम्🙏🏼🌹🙏🏼

ओ साँवरे नशीली आँखों का सागर है तू
बच ना पायेगा कोई
कितना भी बड़ा तैराक हो,
डूब ही जाएगा ।। हरी शरणम्🙏🏼🌹🙏🏼

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