Tuesday, July 31, 2018

*मन लगता हैं वृन्दावन मे, मधुबन मे मोहे जला देना ।*

!!!!  जय श्री राधे राधे   !!!!

*मन लगता हैं वृन्दावन मे, मधुबन मे मोहे जला देना ।*

*मेरी राख कहीं बरबाद न हो यमुना मे जाय बहा देना ।*

*ये गोदी तकिया पलंग सभी नीचे से मेरे हटा देना*

*गोबर से भुमि लीप कर उस पर मुझे लिटा देना।।*

*ये भाई बंधु कुटुम्ब सभी मतलब के हे ये सब साथी ।*

*इनसे तो नाथ दया करके मेरे मोह का फन्द छुड़ा देना।।*

*जब प्राण सुधा तन से निकले दस सज्जन पास बुला देना ।*

*धीरे से नाम प्रभु मंत्र का कानों में मेरे सुना देना।।*

*तुलसी की माला पहना कर के गंगाजल नीर पिला देना ।*

*गीता का पाठ सुना करके, भव सागर पार लगा देना ।।*
           * मन लगता  है वृंदावन मे---**-------------*

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