Saturday, July 28, 2018

मैं चलता गया, रास्ते मिलते गये

मैं चलता गया, रास्ते मिलते गये
!
राह के काँटे फूल बनकर खिलते गये !!
ये जादू नहीं, कृपा है मेरे कृष्ण की !
वरना उसी राह पर लाखों फिसलते गये !!

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