Wednesday, August 8, 2018

"राम नाम से मुँह पवित्र होता है, ब्रह्मज्ञान से ह्रदय पवित्र होता है, तीर्थ गमन से चरण पवित्र होते है, और दान पुण्य से हाथ पवित्र होते है ।

*मुखो पवित्रं यदि रामनामं*
*हृदय पवित्रं यदि ब्रह्म ज्ञानं*,
*चरणौ पवित्रं यदि तीर्थ गमनं*
*हस्तौ पवित्रं यदि पुण्य दानं*,

   *भावार्थ:*-         
"राम नाम से मुँह पवित्र होता है,
ब्रह्मज्ञान से ह्रदय पवित्र होता है,
तीर्थ गमन से चरण पवित्र होते है,
और दान पुण्य से हाथ पवित्र होते है ।
    

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