*जीवन का सत्य*
*दिल में "बुराई" रखने से बेहतर है, कि "नाराजगी" जाहिर कर दो ।*
*जहाँ दूसरों को "समझाना" कठिन हो, वहाँ खुद को समझ लेना ही बेहतर है ।*
*"खुश" रहने का सीधा सा एक ही "मंत्र" है, कि "उम्मीद" अपने आप से रखो, किसी और से नहीं..!*
*श्रीकृष्ण कहते हैं :-*
*इस संसार में, हर किसी को,*
*अपने "ज्ञान" का "घमंड" हैं…*
*परन्तु…*
*किसी को भी अपने …*
*"घमंड" का "ज्ञान" नहीं हैं !*
*दिल में "बुराई" रखने से बेहतर है, कि "नाराजगी" जाहिर कर दो ।*
*जहाँ दूसरों को "समझाना" कठिन हो, वहाँ खुद को समझ लेना ही बेहतर है ।*
*"खुश" रहने का सीधा सा एक ही "मंत्र" है, कि "उम्मीद" अपने आप से रखो, किसी और से नहीं..!*
*श्रीकृष्ण कहते हैं :-*
*इस संसार में, हर किसी को,*
*अपने "ज्ञान" का "घमंड" हैं…*
*परन्तु…*
*किसी को भी अपने …*
*"घमंड" का "ज्ञान" नहीं हैं !*
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