Tuesday, August 7, 2018

*जीवन का सत्य

 *जीवन का सत्य*

*दिल में "बुराई" रखने से बेहतर है, कि "नाराजगी" जाहिर कर दो ।*

*जहाँ दूसरों को "समझाना" कठिन हो, वहाँ खुद को समझ लेना ही बेहतर है ।*

*"खुश" रहने का सीधा सा एक ही "मंत्र" है, कि "उम्मीद" अपने आप से रखो, किसी और से नहीं..!*
   *श्रीकृष्ण कहते हैं :-*
       *इस संसार में, हर किसी को,*
       *अपने "ज्ञान" का "घमंड" हैं…*
           *परन्तु…*
       *किसी को भी अपने …*
       *"घमंड" का "ज्ञान" नहीं हैं !*
      

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