सावन रे सावन तोहे लाख बधाई
,
फिर याद किसी की आई !
रिम झिम बरसें पावस बदरा !
पहन पहन बूंदों के गजरा !
कजरारी आंखन के साजन
अब क्यों देर लगाई !
सावन रे सावन.....
🙏💞जय श्री राधे कृष्णा जी💞🙏
💞🌺💞🌺💞🌺💞🌺💞
आई याद प्रीतम बिन सूनी !
पीर हुई ह्रदय की दूनी !
तुम बिन चंदा, तुम बिन रसिया
रैन भई दुखदायी !
सावन रे सावन.....
मोर पंख वाले हर बाधा !
तू मेरो मोहन मैं तेरी राधा !
दासी तेरी मोहन प्यारे
खेलें आँख मिचौली !
सावन रे सावन...
श्री राधे.!!🙏🙏
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फिर याद किसी की आई !
रिम झिम बरसें पावस बदरा !
पहन पहन बूंदों के गजरा !
कजरारी आंखन के साजन
अब क्यों देर लगाई !
सावन रे सावन.....
🙏💞जय श्री राधे कृष्णा जी💞🙏
💞🌺💞🌺💞🌺💞🌺💞
आई याद प्रीतम बिन सूनी !
पीर हुई ह्रदय की दूनी !
तुम बिन चंदा, तुम बिन रसिया
रैन भई दुखदायी !
सावन रे सावन.....
मोर पंख वाले हर बाधा !
तू मेरो मोहन मैं तेरी राधा !
दासी तेरी मोहन प्यारे
खेलें आँख मिचौली !
सावन रे सावन...
श्री राधे.!!🙏🙏
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